अतुल्य हूं,अमिट हूं, चट्टान हूं गौर से देखो , मैं वहीं सदियों पुराना हिन्दुस्तान हूं। अतुल्य हूं,अमिट हूं, चट्टान हूं गौर से देखो , मैं वहीं सदियों पुराना हिन्दुस्...
कहीं कमी ना पड़ने दूँ मैं ऑक्सीजन दूँ भरपूर बदले में कुछ ना चाहूं मैं कहीं कमी ना पड़ने दूँ मैं ऑक्सीजन दूँ भरपूर बदले में कुछ ना चाहूं मैं
तू होकर अपना आज गैर - सा लग रहा तू होकर अपना आज गैर - सा लग रहा
हाँ मैं सदियों से हूँ बस तुम्हारे ही प्यार में हाँ मैं सदियों से हूँ बस तुम्हारे ही प्यार में
याद बहुत आता है अक्सर मुझको मेरा गांव, हरे भरे वो खेत बगीचे और बरगद की छांव.। याद बहुत आता है अक्सर मुझको मेरा गांव, हरे भरे वो खेत बगीचे और बरगद की छांव.।
फिर भी तेरी याद अपने संग इस नए घर में ले आया। फिर भी तेरी याद अपने संग इस नए घर में ले आया।